अधिकतर महिलायें जो पहली बार माँ बनती हैं वो परेशान रहती है कि बच्चे को पानी कब से दें। उनको इस बात का पता नहीं होता है की बच्चे को कब से पानी दें ‘कैसे दें और कितना दें। तो आइये आज हम जानते हैं की बच्चे को पानी कब देना चाहिए ,कितना और कैसे देना चाहिए।
जो बच्चे ब्रेस्टफीड करते हैं ,उनको बाहर का दूध या पानी नहीं देना चाहिए ,क्योंकि ब्रेस्टमिल्क सबसे ज़्यादा फायदेमंद माना जाता है। छोटे बच्चे को पानी कब कैसे और कितना दें |
ब्रेस्टमिल्क में लगभग 90 % पानी होता है ,इसलिए बच्चे को बाहर से पानी नहीं देना चाहिए और बाहर से पानी देने की जरूरत भी नहीं होती क्योंकि माँ का दूध ही बेबी को हाइड्रेट रखता है। यही बात गर्मियों में भी लागू होता है। क्योंकि माँ का दूध बच्चे को हाइड्रेट रखता है और बच्चा पूरी तरह से माँ के दूध पर ही डिपेंड रहता है। माँ का दूध बच्चे के शरीर में पानी की कमी को भी पूरी करता है ,साथ -साथ और भी नुट्रिएंट्स मिलते हैं। लगभग 5 -6 महीने तक के बच्चे अपनी माँ के दूध पर ही डिपेंड रहते हैं।
जो पहली बार माँ बनती हैं उनके लिए यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि बच्चों को पानी कब दें। बड़े लोग से बिल्कुल उल्टा होता है। बच्चों का पानी पीने का मामला बिल्कुल अलग होता है।
छोटे बच्चे को पानी कब कैसे और कितना दें
बच्चे को पानी कब पिलाना चाहिए?
जब तक बच्चे को ठोस आहार देना शुरू ना करें तब तक बच्चे को पानी ना दें। जब बच्चा छह महीने का हो जाता है तो उसे ठोस आहार देना चाहिए और यह समय सही होता है बच्चे को पानी पीलाने का। बच्चे को आप सिपी कप दें। क्योंकि कप से बच्चे ज़्यादा पानी नहीं पी पाते हैं।
छह महीने के बच्चे को आप थोड़ा बहुत पानी दें सकते हैं। अगर आपका बच्चा ज़्यादा एक्टिव है तो आप उसे ज़्यादा पानी दे सकते हैं।
बच्चे को पानी कैसे दें ?
ठोस आहार का सेवन करने के बाद ही बच्चे को पानी देना चाहिए। आप अपने बच्चे को छोटे -छोटे घूँट दे सकते हैं। आप बच्चे को पानी बोतल से या सिपी कप से उसे प्यास लगने पर थोड़ा थोड़ा पानी दे सकते हैं।