आज के समय में बच्चों में खून की कमी होना आम बात है। भारत में करीब 65 फीसदी बच्चे हैं जो की आयरन की कमी से ग्रस्त हैं। खून की कमी यानी की शरीर में आयरन की कमी होना या होमोग्लोबिन की कमी होना। जिन बच्चों के शरीर में खून की कमी होती है, उनमें लाल रक्त कोशिकाएं या होमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। बच्चों में खून की कमी के लक्ष्ण और उपाय
बच्चों में खून की कमी के लक्ष्ण और उपाय
बच्चों में खून की कमी के लक्ष्ण :
बच्चो को खून की कमी होने पर कई तरह की प्रॉब्लम हो जाती है। बच्चों में एनेमिया के निम्नलिखित लक्ष्ण हो सकते हैं।
बच्चों की त्वचा पिली होना :
जब बच्चे के शरीर में एनिमिया की प्रॉब्लम होती है तो बच्चे की स्किन बेजान और पीले रंग के हो जाते हैं। ऐसा ज़्यादातर बच्चे की आँखों के नीचे और हाथों पर होता हैं।
बच्चे को सुस्ती आना :
जब बच्चे में प्रॉब्लम होती है तब बच्चे में सुस्ती आ जाती है ,बच्चे बहुत ज़्यादा सुस्त हो जाते हैं।
भूख कम लगती है :
एनिमिया की कमी होने की वजह से बच्चे कम खाना खाते हैं ,उनको पहले की अपेक्षा कम भूख लगती है ,खाना खाने में आना कानी करते हैं।
बच्चे का चिड़चिड़ा होना :
खून की कमी होने पर बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं। बच्चा हमेशा गुस्से में रहता है जबकि वही बड़े बच्चे बहुत ज़्यादा नखड़े करते हैं।
शरीर के अंगों में सूजन आना :
खून की कमी से कुछ बच्चों के शरीर में सूजन आ जाते हैं। क्योंकि जब शरीर में खून नहीं होता है तो उसकी जगह शरीर में पानी आ जाता है और शरीर सूज जाता है।
बच्चों में खून की कमी से बचाव निम्नलिखित तरीकों से कर सकते हैं:
- बच्चे को आयरन और विटामिन B12 suppliment दें ,इससे एनिमिया की कमी पूरी हो सकती है।
- बच्चे के खान -पान में विटामिन B12 और आयरन से भरपूर मात्रा को शामिल करें।
- अगर बच्चे के शरीर में ज़्यादा खून की कमी है तो बच्चे को खून चढ़ा सकते हैं।
- खून की कमी को दूर करने के लिए आप बच्चे को चुकंदर ,गाज़र और शकरकंद भी दे सकते हैं।
- चाहे तो बच्चे को ऐसे भी खिला सकते हैं नहीं तो जूस भी बना के दे सकते हैं। ये खून को बढ़ाने के लिए काफी मददगार होता है।