PCOD ओवरी से जुड़ी बिमारी है ,जिसमें ओवरी में गांठें यानी सिस्ट बन जाते हैं ,हमारे देश में हर 10 में से 1 महिला PCOD की शिकार है। आजकल के समय में स्ट्रेस होना ,नूट्रिशियन की कमी और नींद पूरी ना होने की वजह से महिलाओं के होर्मोनेस बिगड़ने लगते हैं। इंबैलेंस्ड होर्मोनेस कई बीमारियों को बुलावा देता है ,लेकिन इनमें से जो तेज़ी से बढ़ता है वो है PCOD यानी पोली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर।
अगर समय पर हार्मोन को बैलेंस नहीं किया गया तो कम ऐज में ही वजन बढ़ना ,डॉयबिटीज़ ,हार्ट अटैक ,हाई बीपी और डिप्रेशन की परेशानी के साथ साथ प्रेगनेंसी में भी दिक्कत होती है। अगर आपके पीरियड्स रेगुलर नहीं होते हैं ,चेहरे पर पिम्पल्स हो रहे हैं ,वजन बेवजह बढ़ रहा है ,प्रेगनेंसी में परेशानी आ रही है तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए ,क्योंकि ये सब लक्षण pcod के हो सकते हैं।
PCOD से निजात पाने के आयुर्वेदिक उपाय :
1. दालचीनी
दालचीनी में थाइमीन ,फास्फोरस ,प्रोटीन ,सोडियम ,विटामिन ,कैल्शियम ,निआसीन ,कार्बोहायड्रेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे आपको वजन कम करने में भी हेल्प मिलती है। इसका स्वाद थोड़ी मीठी और तीखी होती है ।
2. पुदीना
पुदीना में पाए जाने वाले तत्व जिससे आपके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का लेवल कम होता है। इससे हमारे शरीर से निकलने वाले बालों को कम करने में हेल्प करता है। इसके लिए आप पुदीना की चाय पी सकते हैं। एक कप पैन में 10 -12 पुदीना की पत्तियां डालकर उबाल लें। इसे छानकर पी लें।
3. मुलेठी
मुलेठी की जड़ के पाउडर में ओवुलेशन की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। ये टेस्टोस्टेरोन के लेवल को कम करने में हेल्प करता है। आप एक चम्मच मुलेठी के चूर्ण को एक कप पानी में डालकर उबाल लें। इसका सेवन करने से फायदा होता है।
4. तुलसी
तुलसी में एंटी -एंड्रोजेनिक गुण पाया जाता है। आपके शरीर से टेस्टोस्टेरोन के लेवल में कम करने में मदद करता है। इसके लिए एक पैन में 10 से 12 तुलसी की पत्तियों को डालकर काढ़ा बना लें।